कुछ जज़्बात तेरे ख़्याल में
उंगलियां मेरी तेरे बालों को सहलाए और तुझे नींद आ जाए
देखूं तुझे फिर उस सुकून में तो मुझे चैन आ जाए।
मेरी मोहब्बत इस कदर सुकून दे तेरी ज़िन्दगी में
के जब कभी बेचैन हो तू मेरे करीब आ जाए।
यूं तू हर बात कह दू तुझसे मगर
जो ना कह सकूं उसकी भी तुझे खबर हो जाए।
खुदा करे तू भी इसी तरह करे मुझसे मोहब्बत
नज़र ना लगे कभी चाहे ओर इज़ाफ़ा हो जाए।
तू महज़ ख्वाहिश ही नहीं मेरी ज़िन्दगी की
मगर ज़रूरत भी है और ज़रूरी भी जो खुदा करे जल्द पूरी हो जाए।
मेरी हर दुआ में खास जगह है तेरी
तू दुआ ये भी करना तेरे लिए,के मेरी हर दुआ कुबूल हो जाए।
WRITTEN BY_
ZENAB KHAN
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