यार कह देना
कर लें हम थोड़ा और सब्र
फिर तुम हमारे रिश्ते को नाम दे देना।
मेरी हर सुबह तुमसे ही शुरू होगी
तुम अपनी मुझे शाम दे देना।
हो अगर कभी तन्हाई को खबर मेरी
तुम हमेशा अपना साथ से देना।
गलतियों पे मेरी जाना नहीं कभी रूठ के
चाहे सख्त कोई फटकार दे देना।
खुशी की सारी महफ़िल तेरे साथ ही हो
आंसू आए तो रुमाल दे देना।
हर कदम पे तेरे साथ रहूंगी
बस तू मुझे तुझ में मुकाम दे देना।
कमज़ोरी नहीं ताकत रहूंगी तेरी
तू बस थोड़ा मुझे भी हौसला दे देना।
मेरे इश्क में तेरे लिए कभी कमी नहीं होगी
तू मुझे इज्ज़त और प्यार दे देना।
कोई ना गुज़रा हो उस राह से
तू मुझे दिल में तेरे खास जगह दे देना।
मसरूफियत की शिकायत नहीं करूंगी तुझसे ज़्यादा
मगर थोड़ा मुझे भी तू वक़्त दे देना।
टूट भी जाऊं अगर हमारी जुदाई के शक में
डांट लेना चाहे मगर यकीन साथ का दे देना।
रंज - ओ - गम आएंगे हमारे कई रास्तों में
नहीं पड़े कमज़ोर हम तू हाथ दे देना।
नहीं समझ पाऊं अगर बात तेरी कभी
तो आंखों में हमेशा की तरह राज़ कह देना।
हो अगर हर दिन मेरा मुश्किल भी तो क्या उदास
तू बस सेहर सलाम कह देना।
कोई पूछे अगर कौन हूं मैं तेरा
झिझकना मत, तू यार कह देना।
WRITTEN BY_
ZENAB KHAN
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